Tuesday, September 5, 2017

Life में घोले रिश्तो की मिठास

life


बाहर वालो के साथ खूब हंसते बोलते है, पर अपने चंद खास relation को संभालने में कंजूस हो जाते है। दो-चार रिश्ते भी ऐसे नही, जो पूरी तरह अपने लगते हो। यही शिकायत कि लोग हमे प्यार नही करते। दूसरो से प्यार पाना मजबूती देता है, तो दूसरो को प्यार कर पाना साहस। motivation गुरु लोरी दशेन से जानते है बेहतर रिश्तो के कुछ मन्त्र

खुद से बनाये बेहतर रिश्ता

1-  सबमे कुछ अच्छी और बुरी बाते होती है। आपमें भी जरुर होगी। अपनी अच्छी बाते note करे। आप पायेगे कि आपके गुणों का पलड़ा दोषों से भारी है।

2-  खुद को माफ़ करना सीखे। यह काम आपके लिए कोई और नही कर सकता। दुसरे की माफ़ी तब तक सुकून नही दे सकती, जब तक आप खुद को माफ़ करना नही सीखते। जो बीत गया, वह बीत गया, उसे पीछे ही रखे।

3-  स्वयं से अच्छा बर्ताव करे। ध्यान करे, अच्छे लोगो से बाते करे, उनके साथ पैदल चले।

अनुकूलता पर ध्यान दे

1-  अगर अकेला महसूस करते है, तो सार्वजनिक रूप से अपने पंसदीदा कार्य करना शुरू करे। धीरे-धीरे आपको अपने जैसे लोग मिल जायेगे।

2-  अगर आपके दोस्त है, तो उनके साथ ऐसी बाते share करे, जो दोनों पक्षों को पसंद  हो। संगीत पसंद है तो उनके साथ अच्छा संगीत share करे। book पसंद है तो उनसे किताबो पर बाते करे। किताब भेट करे। यह एक-दुसरे से जुड़ने का अच्छा तरीका है।

3-  अगर किसी से बात करने में ख़ुशी नही मिलती, तो खुद से पूछे कि क्या सुधार की कोई गुंजाइश है? किसी गलत रिश्ते को छोड़ना आसान नही होता, पर सही रिश्तो तक पहुचने के लिए यह करना जरूरी है। हम दूसरो लोगो को बदल नही सकते, पर उनके साथ अपने संबंधो को जरुर बदल सकते है।

4-  किसी से मिलने पर उनकी अच्छी व् रोचक बाते note करे। उनकी इस बारे में बताये। खुलकर हँसे।

स्वीकारना सीखे

1-  अगर लगता है कि हर person गलत कर रहा है, तो खुद से पूछे कि क्या बात है, जो आपको उदास कर रही है। कई बार problem का समाधान खुद के दोष देखकर ही मिलता है।

2-  अगर किसी को बदलना चाहते है तो खुद से पूछे कि आप खुद में क्या बदल सकते है। लगता है कि कोई आपकी तारीफ़ नही करता, तो आप दूसरो की तारीफ़ करे।

3-  दूसरो को सुने, केवल अपने बोलने क प्रतीक्षा न करे।

व्याहारिक अपेक्षाए रखे

1-  अपने विचारो को चुनौती देना सीखे। खासकर उन विचारो को, जो आपकी अपेक्षाओ को शांत नही होने देते। हर समय क्या होना चाहिए को याद रखना जरूरी नही। जो है उसका भी आनन्द ले।

2-  अपने बीते समय के डर व् आशंकाओ को किसी के साथ share करे। उससे आगे निकलने का प्रयास करे।

3-  ध्यान दे कि कही ऐसा तो नही, जो काम आपको खुद के लिए करने चाहिए, उसकी अपेक्षा आप दूसरो से करते है। जैसे कि दुसरे आपकी जरूरत का ध्यान रखे, आपको प्यार करे आदि। ऐसा है तो इन अपेक्षाओ को मन से हटाए और खुद से प्यार करे।

4-  अगर लगता है कि जीवन में खुश नही है, तो इसका दोष संबंधो को न दे। ऐसा काम करे, जो यह अहसास कराए कि इस दुनिया में आपकी भी जगह है।






   



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