Tuesday, November 7, 2017

Good habits to change bad habits

Good habits to change bad habits


अधिकतर लोगो के लिए अपनी किसी खराब habit को बदलना सबसे कठिन काम साबित होता है। लोग यह तो जानते है कि वे क्या बदलना चाहते है, लेकिन उसे बदलने के तरीके की जानकारी उन्हें नही होती। शायद आप भी उनसे इत्तेफाक रखते हों। भला क्यों हम अपनी टालमटोल की habit को खत्म नही कर पा रहे?

हम जो है, वो क्यों है और उसे कैसे बदले, इसके लिए बदलाव की प्रकिया को समझना भी बहुत जरूरी है। अपने life में बदलाव को अमल कर पाने का गुण दरअसल success की कुंजी होता है। होता यह है कि हमारा brain व्यहवार के कुछ विशेष तौर-तरीकों से बंध कर रह जाता है। इस पर यह डर सतत बना रहता है कि आप किसी भी वक्त अपने पुराने तौर-तरीको पर पहुंच जायेगे।

अच्छी खबर यह है कि neuroscience के ताजा research के अनुसार हमारा brain नये तंत्रिका सूत्रों को रच सकता है, जो यदि लम्बे समय तक exercise में रहते है, तो brain में जम जाते है। brain के विशेषज्ञ इस बात से इनकार करते है कि कोई लम्बे समय की habit 15 दिन में फटाफट बदली जा सकती है। उनका मानना है कि नये तंत्रिका सूत्रों को गढ़ने में छह से नौ महीने तक का समय लगता है। यानि कि habits बदलने का कोई ‘quick fix’ formula फ़िलहाल नही मिलने वाला।

बदलने के लिए तीन चीज़े

बदलाव चाहे मानसिक हो, शारीरिक या कि सांसारिक। तीन चीजें मददगार साबित होती है- आपकी इच्छा, आपकी लग्न और आपका उद्देश्य।

इसके लिए खुद को समझना और पूरी प्रकिया की समझ बनानी चाहिए। फिर उसके बाद शुरू करे। अपने life में positive बदलाव लाने से पहले कुछ बातों पर विचार जरुर कर ले-

बदलने की सच्ची चाहत

इसका कोई मतलब नही होगा यदि आप अपने career और पारिवारिक life में संतुलन लाने की बात तो करे, लेकिन सच में आपको उससे कोई फर्क ना पड़ता हो। खुद से मजाक ना करे। आप जो बदलाव लाना चाहते है, उसके प्रति serious बने, ताकि जब उस पर काम करे, तो उसे अंत तक पहुंचा सके।

Habit के पीछे की जरूरत

आपको जो habit है, वह किसी ना किसी कारण से होती है। वरना भला आप क्यों उसे पालते? मोटापा, काम में डूबे रहना या क्रोध करना। सोचिये कि क्या कुछ भी खाते रहने से आपको चैन मिलता है या कि पहचान बनानी है, इसलिए काम में डूबे रहते है। सबसे पहले अपनी habits के पीछे छिपी जरूरत को समझिये। जब जरूरत समझ में आ जाए, तो फिर उसे पूरा करने का दूसरा तरीका ढूँढना आसान होगा।

विकल्प क्या है?

अब जब अपनी जरूरत को समझ गये है, तो उसे पूरा करने के दूसरो तरीको पर भी ध्यान दीजिये। उदहारण के लिए cake, burger जैसी चीजे, जो health के लिए ठीक नही, उन्हें खाना आपके लिए test से कही ज्यादा खुद को एक break देना या खुद की परवाह करना हो सकता है। बिना इन्हे खाए ये break कैसे लिया जाए? संभवतः एक तरीका mediation हो सकता है, कही टहल आना हो सकता है, कुछ नही तो गुनगुने पानी से चैन से नहाना भी हो सकता है। इस तरह आप यह भी समझते है कि खुद की परवाह कर रहे है और कोई अपराधबोध भी नही होता।

ना बदलने की क्या कीमत चुकानी होगी?

बदलाव की राह पर चलने में भावनाए खट्टे-मीठे दौर से गुजरती है। अगर कमजोर पड़ने लगे, तो खुद से पूंछे कि अब तक ना बदलने की कीमत क्या चुकाते आ रहे है? अगर आपको promotion चाहिए, उसके लिए management की training चाहिए, पर डर के कारण अपने senior से यह नही कह पा रहे है, तो कीमत क्या चुका रहा है? क्या होगा अगर नही बद्लेगे, इन सब पर विचार करे। अपने वर्तमान व्यवहार के कारण आपके life में क्या-क्या negative effect बन रहे है, उसे लिखें। इसमे हीनता, बोरियत,एकरसता आदि कुछ भी हो सकता है। एक बार सच अपनी आँखों के सामने लिखा देख ले। फिर यह आगे की यात्रा की ideal शुरुआत बन जाएगा।

कौन सी अच्छाई आपको आगे ले जाएगी?

psychology और neuroscience के research से यह साबित हो चुका है कि जब आप किसी positive चीज को दिमाग में रखकर आगे बढ़ते है, तो ज्यादा success होते है। अपने खेल की सफलता की कल्पना करने वाले खिलाडी या कि किसी business presentation से पहले उसकी सफलता की कल्पना करके उसे प्रस्तुत करने वाले। ये सब success साबित होते है। science भी अब यह मानता है कि ये तरीका काम कर दिखाता है। इसलिए अपने प्रयास का जो भी positive नतीजा देखना चाहते है, उसे कल्पना में देखे। इसकी positivity आपको सफलता की ओर खीच ले जाएगी। इसे लिखकर जगह-जगह चिपका दे, रख दे। इस तरह आप उसे भूल नही पायेगे।

अपनी सफलता को पहचानिए

जब आप किसी राह पर प्रगति कर लेते है, तो उसे पहचानना भी जरूरी है। उस छोटी सी सफलता की ख़ुशी आपको बदलाव के लिए positive भावनाओ से भर देती है और आपके बदलने का decision और दृढ़ बनता है।



# ये article के writer ‘मेगन डी. केमिना’, जो लेखिका करियर व् क्रिएटिव स्ट्रेटेजिक है। professional life को अध्यात्मिक नियमो से जोडकर पेश करना उनका प्रिय subject है।




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