Thursday, August 17, 2017

Self-Confidence of Speak to Stair of Success बोलने का आत्मविश्वास सफलता की सीढ़ी

self confidence


अगर किसी को अचानक एक बड़े जनसमूह के सामने कुछ बोलने के लिए कह दिया जाये तो अधिकतर लोग बुरी तरह घबरा जाते है। हालाकि इस बात का आपकी योग्यता से कोई लेना-देना नही होता, फिर भी यह बात आपकी छवि को negative रूप से प्रभावित करती है। ऐसा पढाई के दिनों में, job के लिए दिए जाने वाले interview के समय, job के दौरान या कभी भी हो सकता है। इससे लोग आपका सही मूल्याकन नही कर पाते और आप कई अवसरों से चूक जाते है। इस हिचक को तोडना बहुत मुश्किल भी नही और हिचक तोडकर आप success के कुछ और करीब हो जायेगे। बस आपको अपने डर पर काबू पाना होगा। इसकी शुरुआत आप यूं कर सकते है-

Friends से करे शुरुआत

अगर आपको किसी के सामने बोलने में हिचक होती है और अपनी बात आप ठीक से नही रख पाते तो पहले छोटे-छोटे समूह से शुरुआत करे। पहले friends के बीच इसे आजमाए। इसे भी एक-दो लोगो से ही शुरू करे। अगर आप शुरू में ही सीधे बड़े समूह में बात रखने की कोशिश करेगे तो बहुत अधिक दवाब होने के कारण संभवत कठिनाई भी ज्यादा हो। ऐसे में आपकी हिचक नही टूटेगी, बल्कि और अधिक गहरी हो जाएगी, क्योकि कुछ अच्छा सुनने की अपेक्षा ओर लगातार देखती कई जोड़ी आँखे आपको परेशान कर सकती है। इसलिए दो से शुरू करे। दो आपके लिए जादुई नंबर साबित हो सकता है। आप पायेगे कि दो person के सामने बोलने में आपको कही ज्यादा आसानी हुई और यह भी जल्द ही आपकी हिचक टूट गई है और अब विशाल जनसमूह में भी अपनी बात रखने में कोई परेशानी नही हो रही है।

छोटे-छोटे लक्ष्य तय करे

यदि आप ज्यादा ही अंतमुर्खी है तो अपने लिए लक्ष्य तय करे। पहले एक person के सामने अपनी बात रखने का प्रयास और exercise करे। इसकी अवधि भी कम रखे। जैसे-जैसे कम लोगो के बीच हिचक खुलती जाए, इस तरह यदि आप लगातार करते रहे तो एक दिन पायेगे कि विशाल जनसमूह के बीच भी आपको अपनी बात रखने में कोई परेशानी नही हो रही है। बस आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि अपना यह प्रयास आपको छोड़ना नही है। अपने डर पर आपको विजय पानी होगी। उसे खुद पर हावी न होने दे। शुरू-शुरू में ऐसा करने में आप खुद को असहज महसूस करेगे, लेकिन लगातार प्रयास करते रहे। धीरे-धीरे आप महसूस करेगे कि आपको अब अपनी बात रखने के लिए प्रयास नही करना पड़ रहा है आप बड़ी सहजता से अपनी बात रख पा रहे है। जल्द ही एक समय ऐसा आएगा कि आपकी झिझक पूरी तरह खत्म हो चुकी होगी और विशाल से विशाल जनसमूह में आप अपनी बात आसानी से रखने में खुद को सक्षम पायेगे।

बेवजह के परिचय से बचे

लोगो से मिलते जुलते रहना हमारी सामाजिक प्रतिष्ठा से जुड़ा होता है। बड़ा सामाजिक दायरा होने का अर्थ है कि आपको लोगो का सामना करने में हिचक नही होती। यह आपके self-confidence का प्रतीक बन जाता है। जब तक आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा ऐसी नही बनती, तब तक आप खुद अपने क्षेत्र से जुड़े programme पर नजर रखे। कई बार ऐसा भी होता है कि कोई programme आपके city में या आपके आसपास हो रहा है, इसकी जानकारी नही हो पाती। ऐसे में आप अपने परिचितों से यह कह सकते है कि वे ऐसे programme की जानकारी आपको दे दिया करे। एक समय के बाद आप अपनी मर्जी से भी आयोजनों को चुने कि कहां जाना है या नही जाना है। इसका एक कारण यह भी है कि अंतमुर्खी ना होने का मतलब यह नही कि हर जगह या समूह में आपकी उपस्थिति जरूरी है। बेमतलब किसी event या समूह में न जाए। event या समूह में जाने से पहले उसका मकसद जरुर पूछे। example के लिए यदि किसी programme में आपको बुलाया जाता है या समूह में कोई आपका परिचय किसी से करवाना चाहता है तो आप ऐसा करने का उद्देश्य जरुर पूछे और यह भी कहे कि जब तक दो लोगो से मिलने या किसी event में जाने से कोई फायदा नही होता, मै इससे बचने का प्रयास करता हूँ, क्योकि समय अमूल्य है और फालतू में मै उसे जाया नही करना चाहता।

अपनी तैयारी पूरी रखे

अगर आप सच में लोगो का ध्यान अपनी ओर attract करना चाहते है तो इस नुस्खे को आजमाए। अगर आप किसी सामूहिक आयोजन में जा रहे है तो उस programme की पूरी रूप-रेखा और वहां आने वाले guest के बारे में मुकम्मल जानकारी रखे। वहां आने वाले आंगुतको की मदद करे, उन्हें programme और guest के बारे में अपनी तरफ से पहल कर बताये। इस तरह से आप वहां आने वाले दुसरे लोगो की मदद कर अपनी छवि बेहतर बना सकते है और लोग आप पर ध्यान देगे।









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